शिक्षक समय से विद्यालय नहीं पहुंच रहे, बच्चों का भविष्य अंधकार में
ग्रामीणों ने जिला शिक्षा अधिकारी को भी शिकायत की थी परंतु कोई कार्यवाही नहीं हुई
मुकेश परमार
मक्सी । ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था का बुरा हाल है। कई विद्यालयों में शिक्षकों का समय से न पहुंचने का सिलसिला जारी है। जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इसके बाद भी लापरवाह शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई महज खानापूर्ति के लिए की जाती है। सरकार शिक्षा के प्रति सजग है और कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित ना रहे इसके लिए प्रयास कर रही है। लेकिन कर्तव्यविहीन शिक्षक सरकार की मंशा पर पलीता लगा रहे हैं। पत्रकारों को मिली जानकारी के अनुसार झोंकर के हायर सेकेण्डरी/हाय स्कूल शाला में शिक्षक-शिक्षिका समय पर स्कूल नहीं पहुंचते है। समय पर शिक्षकों के स्कूल नहीं आने की वजह से बच्चें इधर-उधर खेलते-घूमते रहते हैं। इन बच्चों का भविष्य अंधकारमय है। स्कूल का जो सच सामने आया वह बेहद ही चौकाने वाला था। जिसके चलते बच्चों भविष्य दाव पर लग गया है। पत्रकारों की टीम स्कूल की पड़ताल करते हुए सुबह ग्यारह बज कर पंद्रह मिनट पर हायर सेकेण्डरी स्कूल झोंकर में पहुंचे, विद्यालय में शिक्षक-शिक्षिका की संख्या 14 प्रार्चाय सहित है जिसमें से उपस्थित 9 थे और अतिथि शिक्षक-शिक्षिका की संख्या 9 है जिसमें से उपस्थित 6 थे। जहां 250 बच्चें पंजीकृत हैं, लेकिन उस समय स्कूल में 110 बच्चें मौजूद थे।
शासन-प्रशासन व जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
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